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एलर्जी (Allergy) क्या है? इसका आयुर्वेदिक उपचार बचाव और सावधानियां।

एलर्जी (Allergy) क्या है
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हम इस ब्लॉग आर्टिकल में एलर्जी (Allergy) क्या है? इसका आयुर्वेदिक उपचार बचाव और सावधानियां के संबध में जानकारी देने का प्रयास करेंगे। तो चलिए जानते है एलर्जी क्या (Allergy) है? एलर्जी हमारे शरीर कि एक प्रतिक्रिया है। जिसमें व्यक्ति के शरीर की रक्त वाहिकाओं में एंटीबॉडीज का उत्पादन होता है, जो किसी विशेष पदार्थ जैसे:- धूल, बुखार या कीटाणु आदि से प्रभावित होकर हमारे शरीर में प्रतिक्रिया स्वरूप दिखाई देती है। इसी शारीरिक प्रतिक्रिया को एलर्जी कहते है।हमारे शरीर में कभी-कभी एलर्जी (Allergy) दवाओ के रिएक्शन से भी हो सकती है। इसके अलावा एलर्जी मौसम में होने वाले बदलाब जैसे ठंड, बारिश, धूल, अधिक गर्मी, प्रदूषण और दूषित खाद्य पदार्थों के सेवन से भी हो सकती है। एलर्जी से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली (immune system) प्रभावित होती है। एलर्जी के लक्षण हमारे शरीर के आंतरिक भाग और बाहरी भाग पर दिखाई देते है। एलर्जी के कारण हमारे शरीर में बुखार खांसी छींक, ज्वार, चकते, आदि लक्षण परिलक्षित होते है।

एलर्जी (Allergy) के कारण।

हम आपको इस ब्लॉग आर्टिकल में (एलर्जी (Allergy) क्या है? इसका आयुर्वेदिक उपचार) में एलर्जी (Allergy के संबंध में जानकारी देने का प्रयास कर रहे है। एलर्जी (Allergy) के कारण निम्नवत है:

1. खाने के तत्व: जैसे कि दूध, ग्लूटेन, मक्का, मूंगफली, आदि।

2. पोलन: फूलों, पेड़ों और घास के पोलन से।

3. धूल और कीटाणु युक्त वायु: धूल और कीटाणु युक्त परिष्कृत वायु से भी एलर्जी हो सकती है।

4. धूप और धुआं: कुछ लोगों को सूरज की धूप और धुआं से भी एलर्जी हो सकती है।

5. धूल और धुआं: कुछ लोगों को जीवाणु युक्त खाने से भी एलर्जी हो सकती है।

एलर्जी (Allergy) के प्रकार।

• श्वसन संबंधी एलर्जी।

• पेनिसिलीन से संबंधित एलर्जी।

• खाद्य पदार्थों से होने एलर्जी।

• एनाफिलेक्सिस की एलर्जी।

• त्वचा संबंधित एलर्जी।

• नशीली दवाओं से एलर्जी होना।

• आंखों में एलर्जी होना।

• त्वचा पर चकत्ते होना।

• त्वचा में खुजली होना।

• त्वचा पर चकत्ते होना।

• त्वचा का फड़कना।

• त्वचा का छीलना।

• त्वचा संबंधी एलर्जी।

• पराग और धूल से होनी वाली एलर्जी से जीभ आदि सूज जाती है।

• पराग और धूल से होनी वाली एलर्जी से दस्त आदि की एलर्जी हो सकती है।

• पराग और धूल से होनी वाली एलर्जी से मुँह में खुजली आदि का होना।

• पराग और धूल से होनी वाली एलर्जी से मलाशय से रक्तस्राव की समस्या हो सकती है।

• पराग और धूल से होनी वाली एलर्जी से सांस लेने में कठिनाई आदि की समस्या हो सकती है।

• पराग और धूल से होनी वाली एलर्जी से पेट में ऐंठन होना।

• पराग और धूल से होनी वाली एलर्जी चेहरे पर सूजन का होना।

• बहती हुई नाक की एलर्जी।

• खांसी संबंधित एलर्जी।

• एलर्जी के कारण आँखों से पानी आना और आंखों में।

• एलर्जी के कारण नाक और आँखों में खुजली होना।

एलर्जी (Allergy) का आयुर्वेदिक उपचार।

अब हम आपको एलर्जी (Allergy) का आयुर्वेदिक उपचार के (एलर्जी (Allergy) क्या है? इसका आयुर्वेदिक उपचार) के बारे में बातें करेंगे एलर्जी (Allergy) का आयुर्वेदिक उपचार निम्नवत है:

1. तुलसी: तुलसी की पत्तियों को रोजाना खाने से एलर्जी के लक्षण कम हो सकते हैं। तुलसी में एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो एलर्जी के लक्षणों को कम करते हैं।

2. हल्दी और दूध: हल्दी को गरम दूध में मिलाकर पीने से भी एलर्जी के लक्षण कम हो सकते हैं। हल्दी में कुरकुमिन नामक एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो एलर्जी से राहत प्रदान करते हैं।

3. गिलोय: गिलोय एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करती है। एलर्जी से राहत के लिए रोजाना गिलोय का रस पीने से लाभ होता है।

4. यदि आपको गंध या खांसी आदि के साथ एलर्जी के लक्षण होते हैं, तो उससे बचने के लिए उचित इलाज लें।

एलर्जी (Allergy) से बचाव और सावधानियां।

एलर्जी (Allergy) से बचाव और सावधानियां करके एलर्जी से होने वाली गंभीर बीमारियों से समय रहते बचाव कर सकते है।

1. अपने खाने को साफ और स्वच्छ रखें और उन चीजों से बचें जिनसे आपको एलर्जी हो सकती है।

2. विशेष पदार्थों या तत्वों से बचें जिनसे आपको एलर्जी हो सकती है।

3. धूप और धुआं से बचें और बच्चों को धूप में बाहर खेलने से रोकें।

4. संतुलित आहार खाएं और विशेष पदार्थों का सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करें।

5. विश्राम के लिए पर्याप्त समय दें और तनाव को कम करने के लिए योग या मेडिटेशन का अभ्यास करें।

6. प्रदूषण से बचने के लिए रोजाना हाथ मुंह को धोना चाहिए।

7. बाहरी मेज़बानी और बहार खाने की जगह पर हमेशा घर का तैयार खाना खाएं ताकि आपको खाने में उपयुक्त चीज़ों का पता रहे।

सावधानियां।

आपकी एलर्जी गंभीर हो रही हो, तो कृपया तुरंत अपने नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करें और उचित इलाज करवाएं।यह आर्टिकल आपको एलर्जी के बारे में विस्तृत जानकारी और आयुर्वेदिक उपचार, बचाव और सावधानियों के बारे में जानने में मदद करेगा। ध्यान रखें कि आपकी एलर्जी के लक्षण गंभीर हो रहे हैं तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लेना जरूरी है और आयुर्वेदिक इलाज का प्रयोग करने से पहले भी चिकित्सक से परामर्श करें।

एसपी सिंह चंद्रमा

एसपी सिंह चंद्रमा

अधिकतर मेरे लेख अपने आरोग्य को सुधारने, प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेद के अद्भुत फायदों पर आधारित होते हैं। मेरा उद्देश्य सामान्य लोगों को स्वस्थ और संतुलित जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है और उन्हें शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपचार और उपायों से अवगत कराना है। मेरे लेखों में आपको विशेषज्ञ सलाह और नैतिकता के साथ विश्वसनीय जानकारी मिलेगी जो आपके रोगों को दूर करने में मदद करेगी और आपको स्वस्थ और प्रकृति से समृद्ध जीवन जीने में सहायता करेगी। धन्यवाद।

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