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सर के बाल झड़ने (hair fall) के कारण और इसका आयुर्वेदिक इलाज तथा बचाव।

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आजकल बालों का झड़ना (hair fall) एक आम समस्या हो गई है। बाल झड़ने के विभिन्न कारण हो सकते है। बालों का झड़ना विशेष रूप से व्यक्तियों की आयु, जीवनशैली, खान-पान और अन्य कारकों पर निर्भर करता है।

2. बाल झड़ने (hair fall) के कारण।

बालों का झड़ना (hair fall) आजकल आम समस्या है, और यह समस्या विभिन्न कारणों से हो सकती है। इसे नियंत्रित करने के लिए आयुर्वेद में कई प्रकार के प्राकृतिक उपचार हैं। जो बालों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करते हैं। नीचे दिए गए ब्लॉग आर्टिकल में, आपको बाल झड़ने के कारण और उसके आयुर्वेदिक इलाज, बचाब के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी:

• स्त्री और पुरुषों में हारमोनल संतुलन का बिगड़ना।

• परिवार में बाल झड़ने की वंशानुगत परंपरा होना।

• अशुद्ध खानपान, अनुशासनहीन जीवनशैली और तनाव।

• सर में चोट लगना।

• बालों को नुकसान पहुंचाने वाले उत्पादों का उपयोग।

• पेट में अधिक समय तक गैस या कब्ज रहना।

• मौसम में ऋतु परिवर्तन होना।

• बार बार स्थान परिवर्तन के कारण पानी बदलना।

• किसी लंबी बीमारी चलते बाल झड़ना।

• अधिक मात्रा में क्रोध और गुस्सा करना।

• अधिक मात्रा में परिश्रम करना।

• अधिक समय तक सर को बांध कर रखना।

• सर पर लगातार कैप या टोपी लगाकर रखना।

• किसी प्रकार का कोई ऑपरेशन या संक्रमण बीमारी होना।

• बालों पर किसी प्रकार की रासायनिक क्रिया कलाप जैसे हेयर डाई आदि करना।

• बालों पर केमिकल उक्त साबुन या सेंपू का प्रयोग करना।

• अम्लीय वर्षा (Acid rain) में नहाना।

3. बाल झड़ने का आयुर्वेदिक इलाज और बचाव।

• आयुर्वेदिक तेलों का उपयोग: आयुर्वेद में ब्रह्मी और भृंगराज जैसे तेलों का उपयोग बालों को स्वस्थ और झड़ने से बचाने के लिए किया जाता है। इन तेलों को रात्रि में बालों में लगाकर एक रात के लिए रहने दें और सुबह अपने बालों को पानी से धो लें। इस प्रक्रिया से सर के बाल झड़ने पर विराम लगता है।

• आयुर्वेदिक शैम्पू और नींबू पानी: आप नींबू के रस को पानी में मिलाकर बालों को धो लें, इस प्रयोग से हमारे बालों को मजबूती मिलती है। 

• मेथी या सौंफ का उपयोग: उचित मात्रा मे मेथी या सौंफ लें इसको पूरी रात भर के लिए पानी या उबले हुए चावल के पानी में डालकर छोड़ दें। सुबह इसको निकाल लें और पत्थर की स्लाउटी या मिक्सी की सहायता से इसको पीस ले और फिर पिसे हुए मिश्रण को अपने स्कैल्प और बालों पर लगा लें कम से कम आधे घंटे बाद अपने बाल साफ कर लें। इस विधि से बाल झड़ने से रुकते है।

• आंवला, रीठा, शिकाकाई, नीम और सौंफ का प्रयोग: आंवला, रीठा, शिकाकाई, नीम, सौंफ को पूरी रात रात पानी में भिगो कर रखें। इसके बाद सुबह सभी मिश्रण को पीसकर अपने बालों में लगा लें या इसके अब करीब एक घंटा बाद पानी से अपने बालों को धो लें। इस प्रक्रिया से बाल टूटने से रोकने में मदद मिलती है।

• सरसों, तिल या आंवले के तेल का प्रयोग: सरसों, तिल या आंवले के तेल को हल्का गुनगुना करके स्कैल्प और बालों की मालिश करने से बालों को झड़ने से रोकने में मदद मिलती है। रोजाना हल्के गर्म तेल से मसाज करने से स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। जिससे बाल जड़ों से मजबूत होते हैं।

• आयुर्वेदिक पोषक आहार: आयुर्वेद में आपके बालों की सेहत के लिए पोषक आहार का महत्व बताया गया है। आपके आहार में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स सम्मिलित होने चाहिए जो आपके बालों को स्वस्थ बनाए रखने में मददगार साबित होते है। 

• आयुर्वेदिक दवाएं: आयुर्वेद में कुछ दवाओं का उपयोग बालों के झड़ने को रोकने के लिए किया जाता है। यह दवाएं आपके विशेषज्ञ आयुर्वेद डॉक्टर की सलाह द्वारा ही प्रयोग की जानी चाहिए।

• आयुर्वेदिक बालों की झड़ने से बचाव के टिप्स: आयुर्वेदिक तरीकों के अलावा, बालों की झड़ने से बचाव के लिए आपको सही बाल देखभाल का भी ध्यान रखना चाहिए। बालों को हल्के हाथों से मालिश करें, गरम पानी से न धोएं, ज्यादा हेयर स्टाइलिंग और उपयोग से बचें और सही खानपान का ध्यान रखें।

• आयुर्वेदिक हर्बल तेल और औषधि का उपयोग करें: बालों को पोषित रखने के लिए आयुर्वेदिक हर्बल तेल और औषधि का उपयोग करें।

• मानसिक तनाव को कम करें: अधिक मात्रा में लिए गया मानसिक तनाव बालों को प्रभावित करता है और उन्हें झड़ने का कारण बन सकता है।

• योग और ध्यान का नियमित अभ्यास करें: योग और ध्यान बालों को मजबूत बनाने में मदद करता है और उन्हें झड़ने से बचाता है।

• भरपूर नींद लें: नियमित नींद  बाल और स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इससे हमारा  स्वास्थ्य हेल्दी रहता है और हमारे बाल आदि भी गिरने से बचते है।

• नुकसानदायक तत्वों से बचें: धूप में ज्यादा समय बिताने, धूल और प्रदूषित वातावरण में रहने से हमारे बालों पर प्रभाव पड़ता है।

आयुर्वेदिक उपचारों का प्रयोग करके बालों के झड़ने को कम किया जा सकता है और उन्हें स्वस्थ बनाए रखा जा सकता है। इसके लिए धैर्य और नियमितता का पालन करें। यदि बालों का झड़ना गंभीर हो रहा है तो आपको विशेषज्ञ आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

एसपी सिंह चंद्रमा

एसपी सिंह चंद्रमा

अधिकतर मेरे लेख अपने आरोग्य को सुधारने, प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेद के अद्भुत फायदों पर आधारित होते हैं। मेरा उद्देश्य सामान्य लोगों को स्वस्थ और संतुलित जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है और उन्हें शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपचार और उपायों से अवगत कराना है। मेरे लेखों में आपको विशेषज्ञ सलाह और नैतिकता के साथ विश्वसनीय जानकारी मिलेगी जो आपके रोगों को दूर करने में मदद करेगी और आपको स्वस्थ और प्रकृति से समृद्ध जीवन जीने में सहायता करेगी। धन्यवाद।

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