आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में आपको अदरक के सेवन से होने वाले लाभ के संबध में जानकारी देने का प्रयास करेंगे और इसमें पाए जाने वाले औषधीय गुणों के बारे में आपको अवगत कराएंगे, तो चलिए जानते है कि क्या है अदरक के औषधीय गुण और इसके सेवन से होने वाले लाभ:
अब जल्द ही सर्दियों का मौसम प्रारंभ होने वाला है। सर्दियों के मौसम में अदरक खाने के अनेक लाभ होते हैं। अदरक की तासीर गर्म होती है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण भी होते हैं। चौथी शताब्दी ईसापूर्व के चीनी ग्रंथों में अदरक को पेट की समस्याओं जैसे हैजा, दस्त, मतली, रक्तस्राव और दांतदर्द सहित गठिया के उपचार में औषधि के रूप में किया जाता रहा है। जड़ी-बूटी के विशेषज्ञ अदरक का इस्तेमाल सर्दी-खांसी सहित तमाम श्वास संबंधी बीमारियों के उपचार में भी करते रहे हैं। प्राचीनकाल में नाविक अपनी लंबी समुद्री यात्राओं में स्कर्वी के इलाज के लिए अदरक को दवा के रूप में प्रयोग करने के लिए ले जाया करते थे। अदरक को हम मसाले के रूप में भी प्रयोग करते रहे है। अदरक का सेवन सूखाकर और पीसकर दोनो तरीकों से कर सकते है। यह दोनो ही तरीके काफी फायदेमंद और लाभकारी होते है। अदरक के सेवन से सर्दी- खांसी, सूजन जैसी कई बीमारियों में फायदा होता है। इसका सेवन आप चाय, दूध और अन्य कई तरीको से भी कर सकते है। कच्चे अदरक में बायोएक्टिव कंपाउंड जिंजरोल, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीफंगल गुणों पाए जाते है जोकि हमारी इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। शोधों में पाया गया है कि अदरक खाने से कैंसर जैसी बीमारी को ठीक किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी- इंफ्लेमेटरी गुण कैंसर के रोगी को फायदा पहुंचाने में मदद करता है। अदरक के सेवन से हमारे इंसुलिन को नियंत्रण में रखने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद मिलती है। जिससे हमारा वजन नियंत्रित रहता है।
अदरक (Ginger) खाने के फायदे:
• इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करे: अदरक एक जड़ी-बूटी की तरह कार्य करता हैं। अदरक के सेवन से हम अपनी इम्यूनिटी पॉवर को मजबूत कर सकते है। इसके अंदर कच्चे बायोएक्टिव कंपाउंड जिंजरोल, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते है। जिस कारण से यह हमारी इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता हैं। हम इसका सेवन सर्दी-जुकाम को दूर करने में भी कर सकते है।
• कैंसर की बीमारी में मददगार: अदरक का सेवन कैंसर जैसी बीमारियों में भी काफी फायदेमंद सिद्ध होता है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी लाभ दायक होता है। बता दें कि अदरक कैंसर का कोई इलाज नहीं हैं, लेकिन इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की मदद से कैंसर को ठीक करने में सहायक होता है।
• पेट की बीमारियों में फायदेमंद: यदि आप थोड़ा सा अदरक भी प्रतिदिन सेवन करते है, तो इससे पेट संबंधी बीमारी होने का खतरा बहुत कम बना रहता है। अदरक में पाए जाने वाला फेनोलिक एसिड पेट की जलन- एसिडिटी को कम करता है। अदरक हमारी पाचन शक्ति को मजबूत करने के साथ-साथ गैस, दर्द, दस्त और कब्ज आदि की समस्या को भी दूर करता है।
• पेट के अल्सर को ठीक करने में सहायक: अदरक का इस्तेमाल पेट के अल्सर को ठीक करने में सहायक होता है। यदि आप रोजाना अदरक का इस्तेमाल करने से एच पिलोरी बैक्टीरिया नष्ट होता है। इसी बैक्टीरिया के कारण अल्सर नामक बीमारी होती है।
• गठिया और आर्थराइटिस को ठीक करे: अदरक के सेवन से हम गठिया और आर्थराइटिस को ठीक कर सकते है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है जो गठिया और आर्थराइटिस को नियंत्रण करने और दर्द की रोकथाम करने में सहायक होते हैं। अदरक के सेवन से शरीर की हड्डियां मजबूत होती है और गठिया के दर्द से राहत दिलाती है।
• अल्जाइमर में लाभदायक: अदरक का सेवन अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारी में बहुत फायदा पहुंचता है। अदरक से तनाव और शारीरिक कमजोरी दूर होती है और याददाश्त की समस्या में सुधार होता है। अदरक में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स गुण हमारे दिमाग की सूजन को कम करके हमारी याददाश्त को बढ़ाने में सहायक होते है।
• मासिक धर्म (पीरियड्स) के दर्द में राहत दिलाए: अदरक का रोजाना अदरक खाने से मासिक धर्म (पीरियड्स) के दर्द में राहत मिलती है। पीरियड्स के दौरान आप अदरक के पाउडर या अदरक को पानी में उबालकर कर उस पानी का सेवन कर सकते है। इससे आपको पीरियड्स के दर्द में काफी राहत महसूस होगी।
• वजन घटाने में सहायक: अदरक का सेवन वजन को नियंत्रित करने में सहायक होता है। अदरक इंसुलिन को नियंत्रण में रखता है और इससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वर्कआउट रिकवरी में भी फायदा होता है। इसी कारण से अदरक के सेवन से आपका वजन कम हो सकता है।
• मानसिक बीमारी को ठीक करने में मददगार: अदरक का सेवन मानसिक बीमारियों को ठीक करने में सहायक होता है।
• हृदय के लिए लाभकारी: अदरक का सेवन अनेकों वर्षो से हृदय रोगों के उपचार में उपयोग होता आ रहा है। अदरक के उपचारात्मक गुण हृदय को मजबूत बनाते हैं। हृदय रोगों से बचाव और उसके उपचार में अक्सर अदरक के तेल का प्रयोग किया जाता रहा है। अदरक के सेवन से हम अपने कोलेस्ट्रॉल को कम करने, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, रक्त प्रवाह में सुधार लाने और अवरुद्ध आर्टरियों तथा रक्त के थक्कों से बचाव करने के लिए इस्तेमाल कर सकते है। इससे हम हृदयाघात (हार्ट अटैक) और स्ट्रोक के जोखिम से बच सकते है।
• खांसी के लिए लाभदायक: अदरक और शहद के सेवन से हम पुरानी से पुरानी खांसी को ठीक कर सकते है। 100 ग्राम अदरक का रस में 50 ग्राम शहद मिलाकर इसको गरम करके इसका सुबह शाम सेवन करने से खांसी में बहुत राहत मिलती है।
अदरक (Ginger) के सेवन से होने वाले संभावित नुकसान क्या है:
अदरक (Ginger) का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक और उपयोगी खाद्य पदार्थ है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में उपयोग करने पर निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं:
• मानसिक बेचैनी: अधिक मात्रा में अदरक का सेवन करने से कुछ लोगों को बेचैनी, अत्यंत उत्तेजना, या अन्य मानसिक विकार की समस्या पैदा हो सकती है।
• पाचन क्रिया खराब होना: अगर किसी की पाचन प्रणाली जीर्ण हो और उन्होंने पहले से कई पेट की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा हो, तो इस स्थिति में आपको अधिक मात्रा में अदरक का सेवन नही करना चाहिए। नही तो आपको पेट में अधिक तकलीफ हो सकती है।
• गैस और सूजन: अदरक का अधिक सेवन करने से कुछ लोगों को गैस और पेट में सूजन की समस्या हो सकती है।
• ब्लड थिनिंग: अदरक ब्लड थिनिंग क्षमता को बढ़ा सकता है, इसलिए यदि आपको ब्लड थिनर्स दी जा रही हैं, इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
• गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को अदरक का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए, क्योंकि यह गर्भ के विकास पर प्रभाव डाल सकता है।
• बच्चों के लिए सावधानी: बच्चों को अदरक की सही मात्रा और तरीके से ही देना चाहिए, और उन्हें स्पष्ट तरीके से नहीं देना चाहिए।
• स्वस्थ्य व्यक्ति के लिए सामान्य नुकसान: अदरक का सेवन सामान्य और स्वस्थ्य व्यक्तियों के लिए सुरक्षित है, लेकिन यदि कोई व्यक्ति अधिक मात्रा में अदरक का सेवन करता है, तो उसको उल्टियों, सिरदर्द, या अन्य पेट संबंधित समस्याओं का सामना कर सकता है।
आपको यदि किसी विशेष प्रकार की समस्या है या आपको अदरक के सेवन से कोई नुकसान महसूस होता है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद महत्वपूर्ण है। वो आपकी स्थिति को विशेष रूप से देखेंगे और सही जांच और जानकारी के आधार पर सलाह देंगे।